वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण
(Finance Minister Nirmala Sitharaman)
ने अगले वित्त वर्ष में देश में डिजिटल करेंसी (Digital Currency) लाने की बात कही है। यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (blockchain technology) पर आधारित होगी। जानिए क्या होती है यह टेक्नोलॉजी और कैसे काम करती है..
आरबीआई की डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी
नई दिल्ली: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अपने बजट भाषण में देश में डिजिटल करेंसी (Digital Currency) लाने की बात कही है। आरबीआई (RBI) की यह डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (blockchain technology) पर आधारित होगी। इसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency) का नाम दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का कहना है कि इससे डिजिटल इकॉनमी को काफी बल मिलेगा। यह डिजिटल रुपया फिनटेक से जुड़े सेक्टर को अनेक अवसर देगा। आइए जानते हैं क्या है ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी..
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी क्या है?
यह आरबीआई की अपनी तरह की पहली वर्चुअल करेंसी होगी जो हार्ड कैश की जगह लेगी। सरकार ने ऐसे वक्त में डिजिटल रुपये को जारी करने का ऐलान किया है जब मार्केट में बिटकॉइन समेत कई प्राइवेट वर्चुअल करेंसी मौजूद हैं। CBDC एक लीगल टेंडर होगी। इसके पीछे देश के केंद्रीय बैंक का बैकअप होगा। यह आम मुद्रा की तरह ही होगी, लेकिन डिजिटल फॉर्मेट में होगी। सरल शब्दों में कहें तो डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल हम अपने सामान्य रुपये-पैसे के रूप में कर सकेंगे, बस रुपये-पैसे डिजिटल फॉर्म में होंगे।